मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना 2024: Mukhyamantri Bal Seva Yojana

Mukhyamantri Bal Seva Yojana:- हमारे देश ने कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से नए चुनौतियों का सामना किया है। कई बच्चे हैं जिनके माता-पिता में से कोई एक या दोनों का कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो गई है। उत्तर प्रदेश में भी लगभग 197 ऐसे बच्चों की पहचान हुई है जिनके माता-पिता में से किसी एक की मृत्यु हो गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू की है जिसके तहत इन बच्चों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।

Mukhyamantri Bal Seva Yojana 2024

उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत की है। यह योजना उन बच्चों की मदद करेगी जिनके माता-पिता का कोरोना संक्रमण से निधन हुआ है। योगी आदित्यनाथ ने 30 मई 2021 को इस योजना की शुरुआत की है। इस योजना से बच्चों को न केवल आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि उनकी पढ़ाई से लेकर शादी तक का खर्च भी सरकार द्वारा बोरी जाएगा। Mukhyamantri Bal Seva Yojana के अंतर्गत, बच्चों या उनके अभिभावकों को ₹4000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी।

इसके अतिरिक्त, लड़कियों के विवाह के लिए भी आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। यदि कोई बच्चा 10 वर्ष से कम आयु का है और उसके कोई अभिभावक नहीं है, तो उसे राजकीय बाल गृह में आवासीय सुविधा भी प्रदान की जाएगी। लड़कियों को अलग से आवासीय सुविधा दी जाएगी, और स्कूल और कॉलेज में पढ़ रहे सभी बच्चों को योजना के तहत लैपटॉप/टेबलेट भी प्रदान किए जाएंगे।

Short Information of Mukhyamantri Bal Seva Yojana

योजना का नामराज्य बाल सेवा योजना
किसने आरंभ कीप्रदेश की सरकार
Beneficiaryकोरोना संक्रमण से अनाथ हुए बच्चे
लक्ष्य अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करना
आधिकारिक वेबसाइटजल्द ही लॉन्च होगी
साल2024
आर्थिक सहायता₹4000 प्रतिमाह
आवेदन का प्रकारऑनलाइन/ऑफलाइन

Mukhyamantri Bal Seva Yojana का उद्देश्य

मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य कोरोना वायरस संक्रमण से अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना से उन्हें आर्थिक समर्थन मिलेगा ताकि वे अपना पालन-पोषण कर सकें। बच्चों को इस योजना के कारण दूसरों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार सभी बच्चों की पूरी देखभाल करेगी। सरकार मासिक आर्थिक सहायता, आवासीय सहायता, और शादी हेतु आर्थिक सहायता भी प्रदान करेगी। इसके साथ ही, बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी भी योजना के तहत सरकार द्वारा उठाई जाएगी।

UP Bal Seva Yojana 2024 के लाभ एवं विशेषताएं

  1. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने 30 मई 2021 को Mukhyamantri Bal Seva Yojana की शुरुआत की।
  2. इस योजना के अंतर्गत, जो बच्चे कोरोना वायरस संक्रमण से अनाथ हुए हैं, उन्हें आर्थिक सहायता प्राप्त करेंगे।
  3. योजना द्वारा बच्चों को उनकी पढ़ाई से लेकर उनके विवाह तक का खर्च सरकार द्वारा बराबरी से संभाला जाएगा।
  4. सभी पात्र बच्चों को ₹4000 प्रतिमाह आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी, जो उनके वयस्क होने तक जारी रहेगी।
  5. इस योजना के अंतर्गत, लड़कियों की शादी हेतु ₹101000 की आर्थिक सहायता भी दी जाएगी।
  6. यदि बच्चे की आयु 10 वर्ष से कम है और उसके कोई अभिभावक नहीं हैं, तो उन्हें आवासीय सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
  7. आवासीय सुविधा राजकीय बाल गृह के माध्यम से प्रदान की जाएगी।
  8. योजना के तहत, पढ़ाई कर रहे बच्चों को लैपटॉप या टैबलेट भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
  9. इस योजना से वह बच्चे भी लाभान्वित होंगे, जिनके अभिभावकों या फिर आय अर्जित करने वाले अभिभावकों ने कोरोना संक्रमण के कारण खो दिया है।
  10. सभी वयस्क लड़कियों को सरकारी बालिका विद्यालय, राजकीय बाल गृह, और अटल आवासीय विद्यालयों के माध्यम से शिक्षा और आवास की सुविधा दी जाएगी।

ITI प्रशिक्षुओं के लिए जारी की गई पात्रता की शर्तें

कोरोना वायरस संक्रमण से अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का आरंभ किया गया था। इस योजना के अंतर्गत आईटीआई प्रशिक्षुओं को भी लाभ प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। 8 जून 2021 को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था के प्रधानाचार्य डॉ. नरेश कुमार ने पात्रता की शर्तें जारी की हैं। सभी पात्र लाभार्थियों को लैपटॉप, टैबलेट, विवाह हेतु आर्थिक सहायता, और मासिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी। यदि आईटीआई प्रशिक्षु इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो उन्हें अपने जिले के नोडल आईटीआई में आवेदन करना होगा। इस योजना के तहत आईटीआई प्रशिक्षुओं के लिए पात्रता की कुछ शर्तें निम्नलिखित हैं।

  • शिक्षु की आयु 18 वर्ष से कम होनी चाहिए।
  • आवेदक के माता-पिता की मृत्यु कोरोना वायरस संक्रमण के कारण होनी चाहिए।
  • अगर आवेदक के माता या पिता में से किसी एक की मृत्यु मार्च 2020 से पहले हुई हो और दूसरे की मृत्यु कोरोना संक्रमण के कारण हुई हो, तो उनको भी इस योजना का लाभ मिल सकता है।
  • यदि आवेदनकर्ता के माता-पिता की मृत्यु 1 मार्च 2020 से पहले हुई हो और उनके लीगल अभिभावक की मृत्यु कोरोना संक्रमण के कारण हुई हो, तो वह भी इस योजना के पात्र है।
  • इस योजना का लाभ उन बच्चों को भी मिल सकता है जिनके माता-पिता में से कोई एक अभिभावक की मृत्यु कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुई है।
  • अगर माता-पिता दोनों जीवित हैं, लेकिन उनके आय अर्जित करने वाले अभिभावक की मृत्यु कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुई है और जीवित माता-पिता की वार्षिक आय ₹200,000 या उससे कम है, तो भी योजना का लाभ प्राप्त किया जा सकता है।

Mukhyamantri Bal Seva Yojana के लिए पात्रता

  • आवेदक को उत्तर प्रदेश में स्थाई निवासी होना चाहिए।
  • वे बच्चे जो कोविड-19 के कारण अपने दोनों माता-पिता को खो चुके हैं, वे इस योजना के तहत पात्र होंगे।
  • यह योजना उन बच्चों के लिए है जिन्होंने अपने लीगल गार्डियन को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण खो दिया हो।
  • इस योजना का लाभ उन बच्चों को मिलेगा जिनके आय अर्जित करने वाले अभिभावक को कोविड-19 के कारण ही खो दिया गया हो।
  • यदि बच्चे के माता-पिता में से केवल एक ही जीवित था और उनकी मृत्यु कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुई हो, तो वह भी इस योजना के पात्र हैं।
  • एक परिवार के सभी बच्चे, जो कानूनी रूप से गोद लिए गए हैं, इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
  • माता या पिता की वर्तमान आय ₹200,000 या उससे कम होनी चाहिए।

Mukhyamantri Bal Seva Yojana के दिशा निर्देश

  • हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को कोरोनावायरस के कारण अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के भविष्य की सुरक्षा के लिए शुरू किया था।
  • इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा केंद्रीय विद्यालयों में बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाएगी।
  • बच्चों की 18 वर्ष की आयु तक मासिक ₹2,500 की आर्थिक सहायता दी जाएगी, जिसके लिए सरकार द्वारा उनके नाम पर बचत खाता खोला जाएगा।
  • बाल सेवा संस्थान में रहने वाले बच्चों के लिए रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट खोले जाएंगे, जिसमें 18 वर्ष की आयु तक ₹1,500 जमा किए जाएंगे।
  • सरकार द्वारा बच्चों को ₹12,000 की वार्षिक सहायता प्रदान की जाएगी।
  • बालिकाओं को कस्तूरबा गांधी बाल विद्यालय में निःशुल्क स्कूली शिक्षा भी दी जाएगी।
  • बालिकाओं के खातों में ₹51,000 जमा किए जाएंगे, जो उनके विवाह के समय ब्याज सहित शगुन के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।
  • सभी लाभार्थियों को आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा, जिसके प्रीमियम का भुगतान सरकार द्वारा किया जाएगा।
  • उच्च शिक्षा के दौरान 18 वर्ष की आयु तक मासिक वित्तीय सहायता दी जाएगी, और जब बच्चा 23 वर्ष की आयु का हो जाए, तो व्यक्तिगत और व्यावसायिक उपयोग के लिए ₹10 लाख की राशि दी जाएगी। यह राशि पीएम केयर्स के तहत कोष से दी जाएगी।

Mukhyamantri Bal Seva Yojana के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया

  • अगर आप गाँवों में रहते हैं, तो ग्राम विकास/पंचायत अधिकारी या विकासखंड या जिला प्रोबेशन अधिकारी के कार्यालय में जाना होगा। और यदि आप शहरों में रहते हैं, तो आपको लेखपाल, तहसील या जिला प्रोबेशन अधिकारी के कार्यालय में जाना होगा।
  • आपको कार्यालय से इस योजना के आवेदन पत्र को प्राप्त करना होगा।
  • आवेदन पत्र में आपका नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आदि जैसी सभी महत्वपूर्ण जानकारी को दर्ज करना होगा।
  • उसके बाद, आपको सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अटैच करना होगा।
  • आवेदन पत्र को कार्यालय में जमा करना होगा।
  • इस रीति से, आप यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल कल्याण समिति द्वारा पात्र बच्चों को चिन्हित करने के बाद 15 दिनों के अंदर आवेदन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
  • इस योजना के अंतर्गत, माता-पिता की मृत्यु होने के 2 वर्षों के भीतर आवेदन किया जा सकता है।
  • अनुमोदन प्राप्त होने के तुरंत बाद ही इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।

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